भारत-इटली की रणनीतिक साझेदारी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण टेलीफोनिक बातचीत हुई। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने भारत-इटली के बीच चल रहे सहयोग को और मजबूती देने का संकल्प दोहराया।

बातचीत में मुख्य बातें

प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान बताया कि भारत और इटली ने आपसी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर चर्चा की।
मुख्य मुद्दे थे:

  • India-EU व्यापार और निवेश समझौते में इटली का सहयोग
  • IMEC (India-Middle East-Europe Economic Corridor) में कनेक्टिविटी बढ़ाने में इटली की भूमिका
  • यूक्रेन संकट का जल्द समाधान चाहिए यह साझा दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा:
“प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। हमने भारत-इटली साझेदारी को और सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।”

किस क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है?

दोनों देश निम्नलिखित क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं:

  • रक्षा और सुरक्षा
  • अंतरिक्ष
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी
  • शिक्षा
  • आतंकवाद विरोधी प्रयास
  • आपसी लोगों के संबंध

इसके अलावा, 2025-2029 के लिए संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना के तहत सहयोग को बढ़ाने का संकल्प लिया गया है।

भारत-इटली संबंधों की मजबूती के पीछे कारण

पिछले कुछ वर्षों में भारत और इटली के बीच रिश्ते तेजी से मजबूत हुए हैं।
इसके मुख्य कारण हैं:

  • साझा लोकतांत्रिक मूल्य
  • वैश्विक मंच पर सहयोग
  • व्यापार और निवेश में वृद्धि
  • तकनीकी सहयोग

इटली भारत का यूरोप में एक अहम साझेदार बन चुका है।
इटली भारत के लिए यूरोपीय समर्थन जुटाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

जून में हुई महत्वपूर्ण मुलाकात

जून 2025 में कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और जॉर्जिया मेलोनी की आमने-सामने मुलाकात हुई थी।
इस मुलाकात में प्रधानमंत्री मेलोनी ने मोदी को ‘सर्वश्रेष्ठ’ बताया था। यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी और दोनों देशों के नागरिकों ने इसे बहुत सकारात्मक रूप में लिया।

भविष्य की संभावनाएँ

आने वाले वर्षों में भारत-इटली सहयोग में और तेजी आएगी।
इस सहयोग से:

  • व्यापार और निवेश बढ़ेगा
  • तकनीकी साझेदारी मजबूत होगी
  • वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा

दोनों देश मिलकर एक मजबूत और सुरक्षित वैश्विक भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।


यह बातचीत केवल एक औपचारिक संवाद नहीं, बल्कि भारत और इटली के बीच बढ़ते भरोसे और साझा लक्ष्य का प्रतीक है।
भविष्य में यह सहयोग वैश्विक मंच पर नए आयाम स्थापित करेगा।

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