पहले चरण की वोटिंग, 121 सीटों पर बड़ी परीक्षा

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का आगाज़ हो चुका है। आज, गुरुवार सुबह 7 बजे से पहले चरण की वोटिंग शुरू हो गई। इस चरण में 121 सीटों पर मतदान हो रहा है।
पटना, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, नालंदा, सीवान और लखीसराय सहित 14 जिलों में मतदाता मतदान केंद्रों पर अपने प्रतिनिधि चुनने पहुंच रहे हैं।

यह चरण केवल वोटिंग का नहीं, बल्कि एनडीए सरकार की लोकप्रियता की असली परीक्षा माना जा रहा है, क्योंकि इस बार भाजपा और जदयू के कुल 16 मंत्री चुनाव मैदान में हैं।

पहले चरण को क्यों माना जा रहा है अहम?

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यह चरण पूरा माहौल सेट करने वाला होगा।

  • यदि एनडीए को बढ़त मिलती है, तो सरकार के लिए बड़ा सकारात्मक संकेत होगा।
  • लेकिन यदि जनता असंतोष दिखाती है, तो यह विपक्ष के लिए मजबूत आधार बन सकता है।

भाजपा के 11 मंत्री और जदयू के 5 मंत्री मैदान में हैं—इसलिए हर सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।

भाजपा के दिग्गज नेताओं की साख दांव पर

इस चरण में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता अपनी प्रतिष्ठा बचाने उतर चुके हैं:

  • मंगल पांडे — स्वास्थ्य मंत्री, सीवान
  • नितिन नवीन — पथ निर्माण मंत्री, बांकीपुर
  • जीवेश मिश्रा — नगर विकास मंत्री, जाले
  • संजय सरावगी — राजस्व मंत्री, दरभंगा शहरी

दोनों उपमुख्यमंत्री भी मैदान में:

  • सम्राट चौधरीतारापुर
  • विजय कुमार सिन्हालखीसराय

इन दोनों सीटों पर होने वाला मुकाबला भाजपा के संगठन और जनता के समर्थन की सबसे बड़ी परीक्षा माना जा रहा है।

जदयू के बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा पर भी संकट

जदयू की ओर से भी कई वरिष्ठ नेता चुनाव में अपनी साख के साथ मैदान में हैं:

  • विजय कुमार चौधरी — जल संसाधन मंत्री, सरायरंजन
  • श्रवण कुमार — ग्रामीण विकास मंत्री, नालंदा
  • मदन सहनी — समाज कल्याण मंत्री, बहादुरपुर
  • महेश्वर हजारी — सूचना मंत्री, कल्याणपुर
  • रत्नेश सदासोनबरसा

इन सभी के लिए यह चुनाव सिर्फ व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व पर जनता के भरोसे की परीक्षा भी है।

मतदान केंद्रों पर उत्साह, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

सुबह से ही मतदान केंद्रों पर भारी भीड़ देखी जा रही है।

  • युवा
  • महिलाएं
  • बुजुर्ग

सभी बढ़-चढ़कर वोट डाल रहे हैं। गर्मी और लंबी लाइनों के बावजूद उत्साह बना हुआ है।

चुनाव आयोग के अनुसार:

  • सभी बूथों पर सख्त सुरक्षा व्यवस्था
  • ड्रोन कैमरों से निगरानी
  • शांतिपूर्ण मतदान के लिए अतिरिक्त बल तैनात

पहला चरण तय करेगा जनता का मूड

विश्लेषकों का कहना है कि यह चरण बताएगा कि जनता:

  • विकास के मुद्दों पर वोट कर रही है
    या
  • बदलाव के मूड में है।

यदि एनडीए को मजबूत समर्थन मिला, तो आने वाले चरणों में उनका मनोबल बढ़ेगा।
कहीं विपक्ष ने अच्छा प्रदर्शन कर दिया, तो आगे की राह एनडीए के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है।

नतीजे 14 नवंबर को

पहले चरण की वोटिंग के बाद मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी।
तब साफ होगा कि जनता ने:

  • एनडीए को एक और मौका दिया
    या
  • विपक्ष को सत्ता की चाबी सौंप दी

फिलहाल, बिहार पूरी तरह चुनावी रंग में डूबा हुआ है। सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक एक ही चर्चा—
क्या नीतीश कुमार की सरकार फिर लौटेगी या इस बार जनता देगी नया फैसला?

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