दिल्ली कैपिटल्स का आईपीएल 2025 में ऐतिहासिक पतन

दिल्ली कैपिटल्स का आईपीएल 2025 में ऐतिहासिक पतन प्लेऑफ की दौड़ से बाहर, जानिए पूरी कहानी

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का सीजन कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा, लेकिन सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब दिल्ली कैपिटल्स (DC), जिसने अपने पहले चार मैच लगातार जीतकर शानदार शुरुआत की थी, प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई। यह पहली बार है जब किसी टीम ने शुरुआती चार मैच जीतने के बाद भी टॉप-4 में जगह नहीं बनाई।

शानदार शुरुआत, लेकिन फिर लगातार गिरावट

दिल्ली कैपिटल्स ने अपने पहले 6 मुकाबलों में से 5 जीते थे। शुरुआती जोश ने उम्मीदें बढ़ा दी थीं, लेकिन आखिरी 6 मैचों में 5 हार ने पूरी कहानी बदल दी।
21 मई को मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली 59 रन की करारी हार ने उनके प्लेऑफ के सपनों को पूरी तरह तोड़ दिया।

ओपनिंग जोड़ी रही सबसे बड़ी कमजोरी

हेड कोच हेमंग बदानी ने टीम की सबसे बड़ी कमजोरी ओपनिंग पार्टनरशिप को माना।
सीजन में DC ने तीन अलग-अलग ओपनिंग जोड़ियों का इस्तेमाल किया:

  • फाफ डु प्लेसिस और जेक फ्रेजर-मैकगर्क
  • केएल राहुल और फ्रेजर-मैकगर्क
  • अभिषेक पोरेल और फ्रेजर-मैकगर्क

इसका परिणाम: पूरे सीजन में दिल्ली की ओपनिंग जोड़ी का औसत स्कोर सिर्फ 19.23 रन रहा — जो सभी टीमों में सबसे कम है।

मुंबई इंडियंस के खिलाफ आखिरी झटका

मुंबई के खिलाफ आखिरी मैच में DC के गेंदबाजों ने 18 ओवर तक अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन आखिरी 2 ओवरों में 48 रन लुटा दिए।

  • मुकेश कुमार के 19वें ओवर में 27 रन
  • चमीरा के अंतिम ओवर में 21 रन
  • सूर्यकुमार यादव (43 गेंदों पर नाबाद 73 रन) और नमन धीर (8 गेंदों पर 24 रन) की शानदार पारियों ने दिल्ली को मुकाबले से बाहर कर दिया।

बदानी ने माना कि अंतिम ओवरों में स्लोअर बॉल और यॉर्कर की रणनीति नहीं अपनाना भारी पड़ा।

स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी ने भी किया प्रभावित

  • मिचेल स्टार्क के सस्पेंशन और स्वदेश लौटने से तेज गेंदबाजी कमजोर हुई।
  • अक्षर पटेल तेज बुखार के चलते मुंबई के खिलाफ नहीं खेल पाए — जिससे दिल्ली को एक ऑलराउंडर और बाएं हाथ के स्पिनर की भारी कमी खली।

करुण नायर का प्रदर्शन भी गिरा

दिल्ली की उम्मीदें जगा चुके करुण नायर ने पहले मैच में MI के खिलाफ 40 गेंदों पर 89 रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद के 6 मैचों में बुरी तरह फ्लॉप रहे।

 छह मैचों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर सिर्फ 31 रन रहा, दो बार शून्य पर आउट हुए।

केएल राहुल की अस्थिर बल्लेबाजी क्रम

राहुल को लगातार ऊपर-नीचे भेजा गया – नंबर 4, ओपनिंग, फिर नंबर 3।
हालांकि GT के खिलाफ उन्होंने नाबाद 112 रन बनाए, पर इस प्रयोग ने उन्हें स्थायित्व नहीं दिया।

कुछ मैच बेहद करीब से गंवाए

बदानी ने उन मुकाबलों का ज़िक्र किया जहां टीम जीत के करीब होकर भी हार गई:

  1. मुंबई के खिलाफ दिल्ली में जीत की स्थिति में थे, लेकिन अंतिम ओवरों में हार।
  2. KKR के खिलाफ 6 ओवर में 60 रन चाहिए थे, सात विकेट बचे थे और डु प्लेसिस व अक्षर पटेल क्रीज पर थे – फिर भी हार मिली।

बदानी ने कहा,

अगर आप ऐसे मैच नहीं जीतते, तो किसी और को दोष नहीं दे सकते। यह जिम्मेदारी हमारी है।”

आखिरी मुकाबला

दिल्ली कैपिटल्स अब 24 मई को जयपुर में पंजाब किंग्स के खिलाफ अपना आखिरी लीग मुकाबला खेलेगी। हालांकि ये मैच सिर्फ औपचारिकता भर होगा क्योंकि DC प्लेऑफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी है।

दिल्ली कैपिटल्स का यह सीजन सबक से भरा रहा। शानदार शुरुआत, लेकिन फिर रणनीतिक चूक, अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी, अस्थिर बल्लेबाजी क्रम और अंतिम ओवरों की कमजोर गेंदबाजी – इन सभी ने मिलकर DC को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

क्या 2026 में दिल्ली वापसी कर पाएगी?
फिलहाल, इस सवाल का जवाब अगले साल ही मिलेगा।

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