ढाका हादसा: स्कूल पर गिरा फाइटर जेट

हादसा कब और कहां हुआ?

21 जुलाई 2025, सोमवार दोपहर करीब 1:30 बजे, बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके में एक बड़ा हादसा हुआ।
बांग्लादेश वायुसेना का एक ट्रेनिंग जेट (F-7 BGI मॉडल) उड़ान के दौरान नियंत्रण खो बैठा और सीधे एक स्कूल की इमारत से टकरा गया

हादसा कैसे हुआ?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उड़ान शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी।
जेट पहले नारियल के पेड़ों से टकराया और फिर तेजी से नीचे गिरते हुए स्कूल की छठी मंज़िल से जा टकराया।
टक्कर के साथ ही तेज़ धमाका हुआ और पूरे इलाके में आग और धुएं का गुबार फैल गया।

स्कूल में उस समय क्या हो रहा था?

हादसे के समय स्कूल में करीब 2000 छात्र और शिक्षक मौजूद थे।
कुछ बच्चे क्लास में पढ़ाई कर रहे थे, तो कुछ परीक्षा दे रहे थे।
धमाके के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई।
कई बच्चों ने खिड़कियों से कूदकर जान बचाई, जबकि बाकियों को स्थानीय लोगों और स्टाफ ने सुरक्षित बाहर निकाला।

राहत और बचाव कार्य

जैसे ही हादसे की खबर फैली, स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े
घायलों को रिक्शा और निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया गया।
कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड और पुलिस भी मौके पर पहुंच गईं।
हालांकि विमान में लगी आग इतनी भयानक थी कि आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

कितने लोग घायल हुए?

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक:

  • 13 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं — ज़्यादातर स्कूल के छात्र हैं।
  • 1 व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है।
  • सभी घायलों का इलाज नजदीकी अस्पतालों में जारी है।

वायुसेना और प्रशासन का बयान

बांग्लादेश वायुसेना के अनुसार, यह एक नियमित ट्रेनिंग फ्लाइट थी।
विमान में आई तकनीकी खराबी के चलते यह हादसा हुआ।
घटना की जांच शुरू कर दी गई है और यह भी देखा जा रहा है कि सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।

अब उठ रहे हैं कई सवाल

यह घटना अपने पीछे कई गंभीर सवाल छोड़ गई है:

  • क्या घनी आबादी वाले इलाकों में ट्रेनिंग फ्लाइट्स उड़ाना सुरक्षित है?
  • क्या स्कूलों में आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी है?
  • क्या ऐसी घटनाएं भविष्य में रोकी जा सकती हैं?

🚨 यह सिर्फ हादसा नहीं, एक चेतावनी है

यह सिर्फ एक तकनीकी चूक नहीं, बल्कि सरकार, वायुसेना और पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है।
अब ज़रूरत है कि:

  • तकनीकी जांचें सख्ती से हों
  • सुरक्षा नियम और आपात योजनाएं और मज़बूत की जाएं
    ताकि ऐसे हादसों से बचाव संभव हो सके और मासूम बच्चों की जान सुरक्षित रहे।

फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है और पूरा देश इस दर्दनाक हादसे पर नज़र बनाए हुए है।हादसे पर नज़र बनाए हुए है।

(This article is written by Pragya Rai , Intern at News World India.)

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