ट्रंप-शाहबाज बैठक: विदेश मंत्री इशाक डार नहीं दिखे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के बीच हाल ही में हुई बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की स्पष्ट अनुपस्थिति ने सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • बैठक में डार की जगह सेना प्रमुख असीम मुनीर शामिल हुए।
  • अमेरिका की ओर से उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ट्रंप के साथ मौजूद थे।
  • बैठक के दौरान दोनों देशों के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई।
  • यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब अमेरिका पड़ोसी अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर कड़ी नजर रख रहा है।

डार बैठक में क्यों नहीं आए?

  • यह बैठक संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर व्यापारिक समझौते पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी।
  • विदेश मंत्री की उपस्थिति अनिवार्य थी, लेकिन शाहबाज केवल मुनीर के साथ व्हाइट हाउस पहुंचे।
  • कहा जा रहा है कि अगर डार भी आते, तो व्हाइट हाउस के प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें प्रधानमंत्री के बगल में बैठना पड़ता, जिससे मुनीर असहज हो सकते थे।
  • हाल ही में दोहा से एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें डार मुनीर को जगह देने के लिए अपनी कुर्सी छोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार कौन हैं?

  • इशाक डार पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता हैं।
  • वे शाहबाज शरीफ के साथ राजनीति में शामिल हुए।
  • पाकिस्तान में वे विपक्ष के नेता और कई बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
  • सरकारी पदानुक्रम में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बाद दूसरे स्थान पर हैं।
  • डार कैबिनेट में उप-प्रधानमंत्री का भी पद संभालते हैं, लेकिन जैसे-जैसे मुनीर का कद बढ़ रहा है, उन्हें दरकिनार किया जा रहा है।
  • व्हाइट हाउस की हालिया घटना ने डार की भविष्य की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

असीम मुनीर का व्हाइट हाउस जाना क्यों महत्वपूर्ण है?

  • असीम मुनीर पाकिस्तान के सेना प्रमुख हैं।
  • पहले भी कई सेना प्रमुख रहे हैं, लेकिन उनका व्हाइट हाउस जाना कम देखा गया
  • मुनीर के लगातार दौरे यह दिखाते हैं कि अमेरिका सीधे उन लोगों से संपर्क कर रहा है जो उनके काम में मदद कर सकते हैं
  • ट्रंप की नजरें पाकिस्तान के साथ व्यापार और अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर हैं।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान संबंध

  • मौजूदा अफगान सरकार के साथ पाकिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण हैं।
  • पाकिस्तान तालिबान पर आरोप लगाता है कि वे अपने देश से आतंकवादी अफगानिस्तान भेजते हैं
  • इस संदर्भ में अमेरिका के लिए पाकिस्तान के सहयोग के बिना स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है।

निष्कर्ष

  • डार की अनुपस्थिति और मुनीर की भागीदारी राजनीतिक और सैन्य प्रभाव को दर्शाती है।
  • यह बैठक अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में नई दिशा और रणनीति की झलक देती है।
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