चिकित्सा क्रांति: शुरू हुई रोबोटिक हड्डी सर्जरी

मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा तकनीकी बदलाव शुरू हो गया है। छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सिम्स) में पहली बार रोबोटिक तकनीक से हड्डियों की सर्जरी की जा रही है। सरकारी मेडिकल कॉलेज में यह तकनीक इस्तेमाल होना स्वयं में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

नई मशीन—मिस्सो रोबोटिक सिस्टम—घुटने के ट्रांसप्लांट से लेकर जटिल ऑर्थोपेडिक सर्जरी को नई दिशा देगी।

खून बहने की संभावना बेहद कम, सर्जरी होगी और ज़्यादा सटीक

सिम्स के डीन डॉ. अभय कुमार सिन्हा के अनुसार:

  • यह तकनीक पहली बार सरकारी अस्पताल में लागू की गई है
  • रोबोटिक सिस्टम मरीज के एमआरआई डेटा के आधार पर पूरी तरह सटीक कटिंग करता है
  • पारंपरिक सर्जरी की तुलना में इसमें मानव त्रुटि लगभग शून्य होती है
  • खून बहाव बेहद कम होता है और परिणाम अधिक प्रभावी मिलते हैं

उनका कहना है कि अब मरीजों को नागपुर, भोपाल या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी—छिंदवाड़ा में ही हाई-टेक सर्जरी उपलब्ध होगी।

मिस्सो रोबोटिक सिस्टम का सफल परीक्षण, टीम ने बताया—”अति–सटीक और सुरक्षित”

ऑर्थोपेडिक विभाग की टीम—डॉ. शैलेंद्र सैयाम और डॉ. रवि तांडेकर—ने रोबोटिक सिस्टम का परीक्षण किया।

टीम के मुताबिक:

  • हाथ से होने वाली सर्जरी में 1–3 mm की त्रुटि की संभावना रहती है
  • रोबोटिक सर्जरी में यह गलती लगभग शून्य होती है
  • ऑपरेशन के बाद दर्द कम, सूजन कम और रिकवरी तेज होती है
  • मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सिस्टम में इंस्टेंट स्टॉप फीचर है

डॉक्टरों को विशेष ट्रेनिंग, सिम्स बनेगा हाई-टेक ऑर्थोपेडिक सेंटर

इस तकनीक के उपयोग से पहले सर्जनों और तकनीशियनों को विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। लाइव डेमोंस्ट्रेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया:

“यह तकनीक छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज को प्रदेश का प्रमुख हाई-टेक ऑर्थोपेडिक केंद्र बना सकती है।”

डॉ. सिन्हा के अनुसार, आने वाले समय में:

  • घुटने
  • कूल्हे
  • अन्य जटिल हड्डी सर्जरी

भी रोबोटिक तकनीक से की जा सकेंगी।

एआई आधारित ऑपरेशन: त्रुटियों की चिंता खत्म

डॉ. शैलेंद्र सैयाम ने बताया कि यह सिस्टम पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संचालित है।

प्रक्रिया:

  1. मरीज के घुटने का एमआरआई स्कैन
  2. डेटा कंप्यूटर में फीड
  3. रोबोटिक आर्म द्वारा मिलीमीटर-लेवल सटीक कटिंग

उनके अनुसार:

  • एआई सर्जरी में मानव त्रुटि खत्म
  • परिणाम सर्वोत्तम
  • ऑपरेशन अधिक सुरक्षित

छिंदवाड़ा में आधुनिक स्वास्थ्य तकनीक का नया अध्याय

रोबोटिक सर्जरी का प्रारंभ प्रदेश के सरकारी स्वास्थ्य ढांचे में बड़ा बदलाव है।

इससे:

  • बड़े शहरों पर निर्भरता कम होगी
  • मरीजों को उन्नत इलाज अपने ही जिले में मिलेगा
  • छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी

यह कदम प्रदेश की चिकित्सा सेवाओं को डिजिटलीकरण और आधुनिक तकनीक से जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगा।

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