रायपुर में श्रमिक महासम्मेलन

रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर राजधानी रायपुर में श्रमिकों के लिए एक भव्य राज्य स्तरीय महासम्मेलन आयोजित किया गया।
स्थान: सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम
मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
अध्यक्षता: श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन

इस सम्मेलन का उद्देश्य श्रमिकों और उनके परिवारों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाना और उनकी समस्याओं को सीधे सुनना था।

डीबीटी के जरिए करोड़ों की राशि ट्रांसफर

  • बलौदाबाजार जिले के 4,555 श्रमिकों और परिवारों को
  • ₹2,50,72,672 की राशि
  • सीधे खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से दी गई।

इससे श्रमिकों को बिना किसी मध्यस्थ के सीधा लाभ मिला।

मृत श्रमिक के परिवार को सहारा

मुख्यमंत्री ने एक विशेष प्रकरण में मदद की:

  • अपंजीकृत श्रमिक रहमत बेग (ग्राम पासीद, तहसील भाटापारा) के निधन के बाद
  • उनके नामिनी सुब्रत्त बी को
  • मंच से ₹1 लाख का चेक सौंपा गया।

इससे संदेश गया कि राज्य सरकार श्रमिक परिवारों के हर संभव सहारा बनने के लिए प्रतिबद्ध है।

श्रमिक कल्याण योजनाओं में बढ़ोतरी

सीएम विष्णु देव साय ने नई घोषणाएँ कीं:

  • दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना
  • मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना

इन दोनों योजनाओं की राशि ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.5 लाख कर दी गई

योजनावार राशि का विवरण

सम्मेलन में विभिन्न योजनाओं के तहत राशि वितरित की गई:

  • मिनीमाता महतारी जतन योजना – 106 हितग्राही, ₹21.20 लाख
  • मुख्यमंत्री साइकिल सहायता योजना – 212 हितग्राही, ₹7.85 लाख
  • मुख्यमंत्री औजार सहायता योजना – 298 हितग्राही, ₹10.31 लाख
  • मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना – 1,599 हितग्राही, ₹32.45 लाख
  • मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता – 65 हितग्राही, ₹3.56 लाख
  • निर्माण श्रमिक सुरक्षा उपकरण सहायता – 833 हितग्राही, ₹12.49 लाख
  • बच्चों के लिए मुफ्त गणवेश और पुस्तकें – 1,374 हितग्राही, ₹18.45 लाख
  • मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता – 5 हितग्राही, ₹5 लाख
  • मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना – 32 हितग्राही, ₹32 लाख
  • श्रमिक सियान सहायता योजना – 32 हितग्राही, ₹6.20 लाख

बड़ी भागीदारी

  • बलौदाबाजार जिले से लगभग 1,000 श्रमिक सम्मेलन में शामिल हुए।
  • श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।

प्रमुख अधिकारी:
सूरज कुमार, आर.सी. कौशिक, कोमल सिंह मरावी, अभय दुबे, सत्यनारायण अंत, विरेन्द्र बोइरबश, कालिदेश दुबे।

निष्कर्ष

रायपुर का यह श्रमिक महासम्मेलन साबित करता है कि:

  • राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
  • वित्तीय सहायता, नई योजनाएँ और बढ़ी हुई राशि श्रमिक परिवारों को सशक्त बनाएगी।
  • ऐसे आयोजन श्रमिकों के जीवन स्तर और रोजगार की गुणवत्ता में सुधार करते हैं।

यह सम्मेलन न सिर्फ योजनाओं का लाभ पहुंचाने का जरिया था, बल्कि श्रमिक समुदाय की ताकत और महत्व को भी दर्शाता है।

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