बारिश से आपदा की स्थिति, ऋषिकेश प्रभावित

उत्तराखंड के ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है।
पहाड़ों में मूसलाधार बारिश का असर निचले इलाकों में भी साफ दिख रहा है।
देहरादून जिले के कई हिस्सों और ऋषिकेश शहर में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।

रंभा और चंद्रभागा नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंचा

  • रंभा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि शिवाजी नगर, एम्स के पास, चंद्रेश्वर नगर सहित कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया।
  • नटराज चौक से ढालवाला के बीच बना पुल चंद्रभागा के तेज बहाव में डूब गया, जिससे यातायात ठप हो गया।
  • चंद्रभागा नदी के किनारे तटबंध का करीब 50 मीटर हिस्सा बह गया, जिससे स्थानीय आबादी पर गंभीर खतरा मंडराया।
  • मनसा देवी क्षेत्र में भी पानी भरने से रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गया।
  • रायवाला के पास सौंग नदी का उफान, गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र 1 मीटर नीचे बह रही है।
  • त्रिवेणी घाट का आरती स्थल भी गंगा के पानी में डूब चुका है।

प्रशासन का राहत और बचाव अभियान

  • प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
  • पुलिस, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन टीम राहत कार्य में जुटी है।
  • कई प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
  • सिंचाई विभाग तटबंध मजबूत करने के लिए वायर क्रिएट और सैंडबैग का उपयोग कर रहा है।
    प्रशासन ने गंगा और बरसाती नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।

स्थानीय लोगों का दर्द और मांग

  • लगातार बारिश से पहले से ही रोज़गार प्रभावित था, अब घरों में पानी भरने से खाने-पीने की सामग्री भी खराब हो गई।
  • पार्षद लव कंबोज का कहना:
    रंभा नदी किनारे मजबूत तटबंध बनाने की कई बार मांग की गई, लेकिन अनदेखी की गई।
  • लोग सरकार से मुआवजा और तत्काल राहत की मांग कर रहे हैं।

अतिक्रमण भी बना बड़ा कारण

  • वार्ड नंबर 28 के लोगों का कहना है कि भूमाफियाओं ने नदी के किनारे अतिक्रमण कर प्राकृतिक बहाव बाधित कर दिया।
  • अतिक्रमण के कारण नदी नाला बन चुकी है।
  • अब बारिश के साथ ही घरों में पानी भरने की समस्या लगातार बढ़ रही है।

प्रशासन के लिए गंभीर चेतावनी

विशेषज्ञों का कहना है:
अगर अतिक्रमण हटाकर प्राकृतिक बहाव बहाल नहीं किया गया, तो भविष्य में बड़े हादसे हो सकते हैं।
यह आपदा साफ दिखा रही है कि नदियों के साथ छेड़छाड़ और लापरवाही भारी कीमत चुकवा सकती है।

निष्कर्ष:

ऋषिकेश और आसपास भारी बारिश व बाढ़ जैसी स्थिति से जूझ रहा है।
यदि राहत कार्य में तेजी न लाई गई और स्थायी समाधान न बनाया गया, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।
समय रहते प्रभावी कदम उठाना अब प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।

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