बरगी बांध को लेकर अफवाह पर प्रशासन ने दिया जवाब

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के तीन नंबर गेट के नीचे से पानी ज्यादा रिस रहा है और बांध खतरे में है।
लेकिन अधिकारियों ने पूरी बात साफ की है। भोपाल और दिल्ली से आई सेफ्टी ऑडिट टीम ने बांध का निरीक्षण किया और पाया कि सब कुछ पूरी तरह सामान्य है।
बरगी बांध पूरी तरह से सुरक्षित है।

गैलरी से पानी रिसना – कोई खतरा नहीं

बरगी बांध के प्रभारी इंजीनियर राजेश सिंह गौड ने कहा –
“बांध में सीपेज (हल्की रिसाव) होना बिल्कुल सामान्य प्रक्रिया है। यह पानी गैलरी में जमा होता है। वहाँ 80 हॉर्स पावर के पंप लगे हैं, जो लगातार इसे बाहर निकालते रहते हैं।
इसलिए ‘पानी रिस रहा है’ का मतलब डरने की बात नहीं है।”

राजेश सिंह ने आगे बताया –
“सीपेज होना जरूरी होता है। यह बांध की मजबूती के लिए जरूरी तकनीकी प्रक्रिया है। विशेषज्ञ ही इसे समझ सकते हैं।”

सालाना सेफ्टी ऑडिट प्रक्रिया

हर साल बरगी बांध का सेफ्टी ऑडिट होता है।
इसमें भोपाल से नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारी और दिल्ली से विशेषज्ञ अधिकारी शामिल होते हैं।
पूरी रिपोर्ट की जांच की जाती है।
अगर कहीं पर कोई समस्या होती है, तो उसे ठीक करने के निर्देश दिए जाते हैं।

इंजीनियर राजेश ने कहा –
“यह पूरी प्रक्रिया तय नियमों के अनुसार होती है। इससे सुनिश्चित होता है कि बांध हमेशा सुरक्षित बना रहे।”

गैलरी का निरीक्षण और पंप व्यवस्था

बरगी बांध के सबसे निचले हिस्से में गैलरी होती है।
यहाँ हल्की सीलन या रिसाव सामान्य बात है।
अधिकारी निरीक्षण के दौरान गैलरी और पंप सिस्टम को पूरी तरह ठीक पाया।
राजेश सिंह ने कहा –
“गैलरी में पानी का स्तर कम-ज्यादा होना तकनीकी प्रक्रिया का हिस्सा है। इससे बांध की मजबूती बनी रहती है।”

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर प्रशासन का जवाब

कुछ लोगों ने वीडियो में दावा किया था कि तीन नंबर गेट के नीचे से पानी रिस रहा है।
अधिकारियों ने यह पूरी तरह खारिज किया।
इंजीनियर राजेश सिंह गौड ने कहा –
“गैलरी में पानी जमा होना और पंप से निकालना बिलकुल नियम के अनुरूप होता है। यह किसी भी आपात स्थिति का संकेत नहीं है।”

जनता के लिए स्पष्ट संदेश

प्रशासन लगातार बरगी बांध पर नजर रख रहा है।
राजेश सिंह गौड ने साफ कहा –
“आश्वस्त रहें। अफवाहों में न आएं।
सभी सुरक्षा मानक पूरी तरह लागू हैं।
बांध पूरी तरह से सुरक्षित है।”

Spread the News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *