क्या सच में नहीं है इंडिया गठबंधन की स्थिति मजबूत ?

पार्टियों के बीच दरार,आखिर क्या होगा गठबंधन का अंजाम?
2024 से पहले ही गठबंधन में सेंध देखने को मिल रहा है. जहां पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव बस होने की वाले है वहीं उससे पहले विपक्षी गठबंधन एक दूसरे से भीड़ने में लगे. कुछ ही दिन पहले जहां कांग्रेस-सपा में जुबानी जंग जग जाहिर हो गया वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी नें राजस्थान में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. इसके साथ ही जयंत चौधरी ने राजस्थान में 6 सीट मांगी है. जहां एक तरफ विपक्षी गठबंधन में दरार देखने को मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी विपक्षी गठबंधन में आई दरार को लेकर अपना बयान दिया है.
कांग्रेस गठबंधन का फायदा उठा कर मजबूत बनने की कर रही है कोशिश ?
उमर अब्दुल्ला के मुताबिक विपक्षी गठबंधन की स्थिति फिलहाल मजबूत नहीं है. गठबंधन में कुछ अंदरूनी झगड़े हैं, जो सामने आ रहे है. ये झगड़े नहीं होने चाहिए, खासकर तब जब कई राज्यों में चुनाव होने है. इसके साथ ही उनहोंने कहा की शायद विधानसभा चुनाव के बाद हम फिर मिलेंगे तब हम साथ में बैठकर अच्छा काम करने की कोशिश करेंगे. वैसे ये पहली बार नहीं है जब कोई विपक्षी गठबंधन का नेता पार्टी में दरार को लेकर बयान रख रहा हो. इसे पहले शनिवार को शरद पवार ने भी गठबंधन में आई दरार को लेकर अपना बयान दिया है.
विपक्षी पार्टियों के बीच जुबानी जंग,क्या 2024 तक रह पाऐंगे संग?
उनहोंने कहा की लोकसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ने को लेकर सभी पार्टियों में आपसी सहमति है, लेकिन विधानसभा चुनाव में सीटों के तालमेल पर मतभेद बने हुए हैं. इन मतभेदों पर चर्चा करेंगे और समाधान का रास्ता निकालेंगे.’ ऐसे में सवाल ये उठता है की क्या विपक्षी गठबंधन में आई दरार का असर 2024 में भुगतना पड़ेगा? क्या विपक्षी गठबंधन में इस दरार को लेकर और पार्टियां खुल कर सामने आने लगे है?

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