अब पूरे देश में होगा वोटर वेरिफिकेशन: चुनाव आयोग

चुनाव आयोग ने पूरे देश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया लागू करने का आदेश जारी किया है।
इसका उद्देश्य है — मतदाता सूचियों की निष्पक्षता, सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना।

क्या है SIR प्रक्रिया?

SIR (Systematic Voters’ Roll Purification and Authentication Programme) एक विशेष अभियान है,
जिसका मकसद है:

  • मृत, डुप्लिकेट और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाना
  • मतदाता जानकारी को अपडेट और सत्यापित करना
  • मतदाता सूची को पारदर्शी और त्रुटिहीन बनाना

यह प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत चुनाव आयोग को सौंपे गए दायित्व का हिस्सा है।

बिहार बना मॉडल, अब पूरे देश में विस्तार

  • SIR प्रक्रिया को पहले बिहार में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया था।
  • अब यह मॉडल पूरे भारत में अपनाया जाएगा।
  • बिहार में यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है, और अब तक 99% मतदाताओं को कवर किया जा चुका है।

24 जून को हुआ आदेश जारी

  • 24 जून को चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर SIR प्रक्रिया को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की बात कही थी।
  • अब सभी राज्यों में मतदाता सूची की गुणवत्ता, सटीकता और अद्यतनता सुनिश्चित करने की दिशा में काम किया जाएगा।

वोटर वेरिफिकेशन अभियान भी शुरू

चुनाव आयोग ने SIR के साथ ही देशभर में वोटर वेरिफिकेशन अभियान चलाने का फैसला भी किया है।

नागरिक यह प्रक्रिया इन माध्यमों से पूरी कर सकते हैं:

  • NVSP पोर्टल (www.nvsp.in)
  • Voter Helpline App
  • BLO (Booth Level Officer)
  • विकल्प रूप से SMS/ऑनलाइन डॉक्युमेंट अपलोड की सुविधा भी उपलब्ध

नागरिकों से अपील

चुनाव आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि वे:

  • अपने वोटर कार्ड की जानकारी की पुष्टि करें
  • यदि कोई गलती हो तो उसमें सुधार करवाएं
  • समय सीमा के भीतर प्रक्रिया पूरी करें

वोटर वेरिफिकेशन की अंतिम तिथि जल्द घोषित की जाएगी।

अभियान का उद्देश्य

  • मतदाता पहचान की निष्पक्षता सुनिश्चित करना
  • चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना
  • लोकतांत्रिक प्रणाली पर जनता का विश्वास मजबूत करना

(This article is written by Shreya Bharti , Intern at News World India.)

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