हैदराबाद के पास पशमाइला राम में रिएक्टर ब्लास्ट से बड़ा हादसा

8 मजदूरों की मौत, 28 घायल

हैदराबाद के पास स्थित संगारेड्डी जिले के पशमाइला राम औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार सुबह एक रासायनिक फैक्ट्री में भीषण रिएक्टर विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 8 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई और 28 अन्य घायल हो गए।

यह हादसा सुबह करीब 9 बजे सिगाची केमिकल्स नामक फैक्ट्री में हुआ। धमाके के तुरंत बाद फैक्ट्री में आग लग गई, जिसने पूरे परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। विस्फोट इतना भीषण था कि कई मजदूर हवा में उछलकर कई मीटर दूर जा गिरे, और फैक्ट्री की इमारत पूरी तरह ढह गई।

घटना के बाद आसपास की फैक्ट्रियों में भी दहशत फैल गई। सभी कर्मचारी जान बचाकर बाहर भागे। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की 11 गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। राहत और बचाव कार्य में एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), हैदराबाद डिजास्टर रिस्पांस एंड एसेट प्रोटेक्शन एजेंसी (HYDRAA), राजस्व विभाग और पुलिस जुटे हुए हैं।

फैक्ट्री में काम कर रहे अधिकांश मजदूर ओडिशा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रवासी थे। मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। एक घायल मजदूर को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया है।

मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बचाव कार्य में तेजी लाई जाए और घायलों को सर्वोत्तम इलाज मुहैया कराया जाए।

स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ने घटनास्थल का दौरा कर बचाव कार्यों की समीक्षा की। फायर सर्विसेज के महानिदेशक बी.वी. नारायण, संगारेड्डी जिलाधिकारी पी. प्रविण्या और पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से ₹2 लाख की अनुग्रह राशि और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

स्थानीय लोगों और कर्मचारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इससे पहले भी यूनिट में छोटे-छोटे हादसे होते रहे हैं, लेकिन इस बार की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। अब मांग उठ रही है कि ऐसी फैक्ट्रियों की नियमित सुरक्षा जांच की जाए और दोषी अधिकारियों व मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

फिलहाल धमाके के कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और घटना की विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।

यह हादसा राज्य की औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर उन इकाइयों में जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक कार्यरत हैं।

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