इजरायल की तरह भारत भी बनाने जा रहा है अपना आयरन डोम

हमास और इजरायल के बीच लगातार कई दिनों से युद्ध जारी है. इसी बीच हमास  ने ना जाने कितने रॉकेट इजरायल पर दागे लेकिन इजरायल का आयरन डोम ने इस युद्ध में अहम भूमिका निभाई है. ना जाने कितने ही रॉकेट को इजरायल ने इस आयरन डोम के जरिए रोका और नष्ट किया है. आयरन डोम एक ऐसा मिसाइल है जिसके द्वारा हवा में ही रॉकेटों को खत्म कर दिया जाता है. वहीं अब भारत के लिए एक खुशखबरी आई है. अब भारत भी अपनी आयरन डोम बनाने जा रहा है. भारत 400 km रेंज का सरफेस-टू-एयर मिसाइल स्वदेशी लॉन्ग रेंज का निर्माण कर रहा है. ये मिसाइल सिस्टम जमीन से लेकर हवा में मार करने में सक्षम होगा. ये मिसाइल सिस्टम तीन लेयर का होगा. यानि ये तीन स्टेज का होगा.

400 किलोमीटर रेंज में मिसाइलों को मार गिराने में होगा सक्षम

ये दुश्मन के फाइटर जेट, हवाई जहाज,  हेलिकॉप्टर रॉकेट या मिसाइल को 400 किलोमीटर रेंज में मार गिराने में सक्षम होगा. रक्षा मंत्रालय के तरफ इस तरह की मिसाइल प्रणाली बनाने का प्रस्ताव मिल चुका है जिसको कुछ ही दिनों में क्लियरेंस भी मिल जाएगा. इस मिशाइल को  बनाने में 20 हजार करोड़ रुपय का लागत आऐगी. इस मिशायल के बनने के बाद भारत उन देशों में शामिल हो जाएगा जिनके पास अपनी हवाई सुरक्षा प्रणाली है. आपको बता दें की इससे पहले भी भारत इजारयल के साथ मिल कर मीडियम रेंज का मिसाइल बना चुका है. इस मिसाइल की रेंज रेंज 70 km है. ये मिसाइल रुस के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और इजरायल का आयरन डोम जैसा होगा.

दुश्मन की मिसाइल आसमान में ही मार गिरायेगा ये आयरन डोम

भारत के पास पहले से ही S-400 सिस्टम है जो पाकिस्तान और चीन की  सीमाओं पर तैनात किए गए हैं. कहा जा रहा है की दो और स्क्वॉड्रन को भारत लाना है लेकिन फिलहाल स्क्वॉड्रन को लाने की तारीख तय नहीं. भारत में DRDO जमीन से लेकर युद्धपोत हवा में छोड़े जाने वाले मिसाइलों को लेकर काफी विकसित हो चुका है. फिलहाल भारत की तीन सेना थल,जल और वायू के पास मीडिल रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें मौजूद हैं. वहीं चीन के पास भी  रूस की तरह  एस-400 की अपना एयर डिफेंस सिस्टम है, लेकिन ये मिसाइल रूस के S-400 एयकर डिफेंस सिस्टम के मुकाबले कम ताकतवर है. आपको बता दें की भारत में भारतीय वायुसेना इस एयर डिफेंस सिस्टम प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रही है.

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